Shri Bhawani Niketan Mahila P.g. Mahavidyalaya Admission 2024-25, Cutoff, Application Fees, Important Topics

Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM

  • Website: www.shribhawaniniketanmm.com
  • Email: shribhawaniniketanmm@gmail.com
  • Contact No: 0141) 2233953, 2235753 9772252000
  • City: Jaipur-Rajasthan
  • State: Rajasthan
  • Address: Maharao Shekha Circle (Chomu Pulia), Sikar Road Jaipur, Rajasthan 302023 , India

Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM

Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Admission Open

किसी भी समाज, संस्कृति और साहित्य की सफलता उसके गौरवशाली अतीत पर अवलम्बित है। वह अपनी व्यापक परिधि में अपने स्वर्णिम अतीत की कटु-मधुर स्मृतियों को संजोकर ही प्रगति के शीर्ष पर आरूढ़ होती है। श्री भवानी निकेतन शिक्षण संस्था का भी अपना एक गौरवशाली इतिहास रहा हैं। सन् 1942 में स्वर्गीय महाराजाधिराज लेफ्टिनेंट जनरल सर सवाई मानसिंह जी बहादुर द्वितीय जी.सी.आई.ई. द्वारा राजपूत समाज के शैक्षणिक उन्नयन के उद्देष्य से शिक्षा की ज्योति को प्रज्जवलित किया गया। वह एक ऐसे युगदृष्टा थे, जिन्होनें युवाओं के सर्वांगीण विकास को ध्यान में रखते हुए, हमें उद्देश्यपूर्ण ढंग से जीने की रोशनी दी, राह बताई। समाज को सही दिशा प्रदान करने और बच्चों के चारित्रिक एवं मानसिक विकास के मद्देनजर 501 बीघा 1बिस्वा भूमि राजपूत समाज के शैक्षणिक उन्नयन के लिए प्रदान की। महाराजाधिराज द्वारा प्रज्जवलित शिक्षा की यह अलख ज्योति वर्तमान में अपनी सम्पूर्ण प्रखरता के साथ चारों ओर विकीर्णित है।

फरवरी 1945 को स्व0 महाराजा श्री सवाई मानसिंहजी द्वितीय के द्वारा बंसत पंचमी के दिन श्री भवानी निकेतन की स्थापना हुई। सन् 1945 से जनवरी, 1988 के बीच यह संस्थान अनेक उतार-चढ़वा के दौर से गुजरा। सन् 1963, 1975 व 1982 में इस संस्था की भूमि पर राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहण की कार्यवाही की गई और अनेक प्रकार के हस्तक्षेप भी किया गया। इसी कारण इस शिक्षण संस्था के संचालकों का ध्यान इस भूमि की सुरक्षा की तरफ केन्दित रहा। पूर्व मुख्यमत्री और उपराष्ट्रपति स्व0 श्री भैरोसिहं जी शेखावत ने सन् 1984 में इस संस्था को सरकारी कार्यवाहियों से मुक्त कराया। तब से लेकर वर्तमान तक यह संस्था अपनी चरम उपलब्धियों को कायम किये हुये हैं।

इस संस्थान की एक अहम् कड़ी के रूप में सन् 1990-91 में श्री भवानी निकेतन महिला महाविद्यालय की स्थापना हुई, तत्कालीन शिक्षा मंत्री श्रीमती सुमित्रस सिंह के कर-कमलों से यह महाविद्यालय कला एंव वाणिज्य संकाय के साथ प्रारम्भ हुआ। महज 35 छात्राओं से ढहर का बालाजी रेलवे स्टेशन के सामने स्थित कच्चे छप्परों और टीन के टपरों में आरम्भ हुआ यह महाविद्यालय अपनी स्थापना के 25 बसंत पूरे कर चुका है और एक स्वर्णिम उपलब्धि के रूप में हमारे समक्ष विराजमान है। वर्तमान में यहॉ 4000 से भी अधिक छात्राएॅ स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर कला, वाणिज्य, विज्ञान और बी.एस.सी. गृह विज्ञान संकाय में अध्ययनरत है। स्नातकोत्तर स्तर पर राजनीति विज्ञान, भूगोल, लोक-प्रशासन, अंग्रेजी साहित्य, संस्कृत साहित्य एवं मनोविज्ञान विषय में अध्यापन जारी है।

महाविद्यालय में विज्ञान संकाय का शुभारम्भ सत्र 2006-07 से एवं गृहविज्ञान संकाय सत्र 2008-09 से आरम्भ किया गया है। महाविद्यालय का औसत परिणाम 95 प्रतिशत के लगभग रहता है। महाविद्यालय में छात्राओं के सर्वांगीण विकास पर पूर्ण ध्यान दिया जाता है। छात्राओं के अनुशासन की दृष्टि से भी अपनी अलग पहचान बनाई है। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए महाविद्यालय में छात्रा परामर्श केन्द्र की स्थापना की गई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से 'आँफिस मैनेजमेंट एण्ड सेक्रेटरियल प्रेक्टिस' के साथ रेमेडियल कोर्स की तैयारी छात्राओं को करवायी जा रही है। आज महाविद्यालय का अपने विशाल और भव्य भवन, सुन्दर, सुसज्जित प्रयोगशालाओं, पुस्तकालय और खेल मैदान से परिपूर्ण है। यहाँ के शांत, स्वच्छ, प्रदूषण मुक्त एवं रम्यक प्राकृतिक वातावरण में बालिकाओं को शिक्षा प्रदान की जाती है। गुरूदेव रविन्द्रनाथ टैगोर प्रकृति को शिक्षा का आधार मानते हुए कहते हैं कि ''शिक्षण संस्थान प्रकृति के जीवन्त वातावरण में अवस्थित होना चाहिये। समग्र शिक्षा प्राकृतिक वातावरण में दी जानी चाहिए, तभी बालक का प्रकृति एवं वातावरण से एक सम्बन्ध एवं सामंजस्य स्थापित होता है। सच्ची शिक्षा वही है जो मानव को सक्षम कर दे कि वह अपने पूरे अस्तित्व के साथ वातावरण से एक रूप हो सके।'' उनकी दृष्टि में बच्चो के लिए प्रकृति सबसे उत्तम पुस्तक एवं श्रेष्ठ शिक्षक है। सत्यम्, शिवम्, सुन्दरम् एवं आनन्द की सीमा प्रकृति के सामीप्य एवं मैत्री से सीखी जा सकती है। इसी भाव को आत्मसात् करते हुए महाविद्यालय परिसर में प्रतिवर्ष मानसून के आगमन पर वृक्षारोपण कार्यक्रम रखा जाता है, ताकि छात्राओं में प्रकृति प्रेम उत्पन्न हो सके।

बालक का व्यक्तित्व विकास, आदर्श नागरिकता, बौद्धिक विकास, चारित्रिक विकास, मानवीयता और समाजीकरण शिक्षा के प्रमुख एवं विशिष्ठ उद्देश्य माने गये हैं। असकी पूर्ति हेतु महाविद्यालय में योग्य एवं निपुण शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा शिक्षा प्रदान की जा रही है, क्योंकि शिक्षक ही ज्ञान का वह झरना होता है, जो निरन्तर प्रवाहमान, गतिमान और निर्मल है। एक दीपक दूसरे दीपक को तभी प्रज्जवलित कर सकता है, जब वक स्वयं प्रकाशमान हो। इस दृष्टि से भी महाविद्यालय की अपनी गरिमा स्थापित है।
 
महाविद्यालय की छात्राओं न शैक्षणिक के समानान्तर सह-शैक्षणिक गतिविधियों - एन.एस.एस., एन.सी.सी., स्काउट और खेलकूद के क्षेत्र में भी अपना परचम फहराया है। महाविद्यालय की पूर्व छात्रा कु. दीपिका राठौड़ ने एवरेस्ट फतह कर एक कीर्तिमान स्थापित किया है। महाविद्यालय की पूर्व छात्रा कु. शालिनी पाठक ने भी श्रीलंका में आयोजित सेफ खेलों में कबड्डी का गोल्ड मेडल हासिल किया है। हाल ही में महाविद्यालय की छात्रा कु. सुमित्रा शर्मा ने एशियाई खेलों में राजस्थान की एक मात्र महिला कबड्डी प्रतिभागी के रूप में गोल्ड मेडल हासिल किया है। दूसरी ओर एन.सी.सी. की छात्रा कु. ममता चौंधरी ने राजपथ, दिल्ली में आयोजित परेड में महाविद्यालय और राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया है।
 
अस्तु, पूर्व में टीनों और छपरों के रूप में आरम्भ हुआ यह महाविद्यालय आज महिला शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान के अग्रणी कॉलेजों में से एक है। सभी को 'शिक्षा का समान अधिकार' के सिद्धान्त का अनुपालन करते हुए यह महाविद्यालय आर्थिक रूप से कमजोर छात्राओं को विशेष रियायत ( छात्रवृत्ति ) प्रदान कर रहा है।
 
हमें यह बताते हुए अत्यंत हर्ष की अनुभूति होती है कि एक छोटे से पौधे के रूप में स्थापित की गई श्री भवानी निकेतन शिक्षा समिति आज एक विशाल छायादार वृक्ष के रूप मे हमारे सामने हैं। शिक्षा के क्षेत्र में समाज को लाभान्वित करने के अद्धेश्य से अपनी स्थापना के प्रारंभिक वर्षो में मात्र दो विद्यालयों से इस यात्रा की शुरूआत की गई और वर्तमान में शिक्षा समिति द्वारा कुल 13 शिक्षण संस्थान संचालित किये जा रहे हैं।

Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Highlights

  • Established year: 1945
  • Institute type: University Of Rajasthan
  • Approved by: BCI
  • Application mode: Online (pen and paper-based)
  • Location: Maharao Shekha Circle (Chomu Pulia), Sikar Road Jaipur, Rajasthan 302023 , India

Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Offered Course List

School Of Agriculture & Veterinary Science, School Of Commerce And Management Studies, School Of Hotel Management, School Of Science, School Of Foreign & Indian Languages, School Of Journalism & Mass Media Communication, School Of Philosophy And Research, School Of Engineering & Technology, School Of Computer Science & IT, School Of Architecture & Planning, School Of Library & Information Science, School Of Arts And Social Studies, School Of Education And Physical Education, School Of Law, School Of Pharmacy, School Of Para-Medical Science, School Of Fire & Safety, M.Phil Subjects List, Ph.D. Subjects List,

Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Admission Process

The application form is available on the official website of Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM. Those who wish to apply can submit their applications on the official website. The selection is done on the basis of merit list.

Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Placement

The Placement Cell of the Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM supports students in making the right career choices and enables employers in taking the right hiring decisions during recruitment.

Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Course Offered

PHD Admission 2024-25