Shri Bhawani Niketan Mahila P.g. Mahavidyalaya Admission 2024-25, Cutoff, Application Fees, Important Topics
Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM
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Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM
Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Admission Open
किसी à¤à¥€ समाज, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और साहितà¥à¤¯ की सफलता उसके गौरवशाली अतीत पर अवलमà¥à¤¬à¤¿à¤¤ है। वह अपनी वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• परिधि में अपने सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® अतीत की कटà¥-मधà¥à¤° सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को संजोकर ही पà¥à¤°à¤—ति के शीरà¥à¤· पर आरूॠहोती है। शà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€ निकेतन शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾ का à¤à¥€ अपना à¤à¤• गौरवशाली इतिहास रहा हैं। सनॠ1942 में सà¥à¤µà¤°à¥à¤—ीय महाराजाधिराज लेफà¥à¤Ÿà¤¿à¤¨à¥‡à¤‚ट जनरल सर सवाई मानसिंह जी बहादà¥à¤° दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ जी.सी.आई.ई. दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ राजपूत समाज के शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¯à¤¨ के उदà¥à¤¦à¥‡à¤·à¥à¤¯ से शिकà¥à¤·à¤¾ की जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ को पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¤µà¤²à¤¿à¤¤ किया गया। वह à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ यà¥à¤—दृषà¥à¤Ÿà¤¾ थे, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡à¤‚ यà¥à¤µà¤¾à¤“ं के सरà¥à¤µà¤¾à¤‚गीण विकास को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ में रखते हà¥à¤, हमें उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯à¤ªà¥‚रà¥à¤£ ढंग से जीने की रोशनी दी, राह बताई। समाज को सही दिशा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करने और बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ के चारितà¥à¤°à¤¿à¤• à¤à¤µà¤‚ मानसिक विकास के मदà¥à¤¦à¥‡à¤¨à¤œà¤° 501 बीघा 1बिसà¥à¤µà¤¾ à¤à¥‚मि राजपूत समाज के शैकà¥à¤·à¤£à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¯à¤¨ के लिठपà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की। महाराजाधिराज दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤œà¥à¤œà¤µà¤²à¤¿à¤¤ शिकà¥à¤·à¤¾ की यह अलख जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में अपनी समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ पà¥à¤°à¤–रता के साथ चारों ओर विकीरà¥à¤£à¤¿à¤¤ है।
फरवरी 1945 को सà¥à¤µ0 महाराजा शà¥à¤°à¥€ सवाई मानसिंहजी दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बंसत पंचमी के दिन शà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€ निकेतन की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ हà¥à¤ˆà¥¤ सनॠ1945 से जनवरी, 1988 के बीच यह संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ अनेक उतार-चढ़वा के दौर से गà¥à¤œà¤°à¤¾à¥¤ सनॠ1963, 1975 व 1982 में इस संसà¥à¤¥à¤¾ की à¤à¥‚मि पर राजà¥à¤¯ सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अधिगà¥à¤°à¤¹à¤£ की कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ की गई और अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के हसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ª à¤à¥€ किया गया। इसी कारण इस शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾ के संचालकों का धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ इस à¤à¥‚मि की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ की तरफ केनà¥à¤¦à¤¿à¤¤ रहा। पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤¤à¥à¤°à¥€ और उपराषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ सà¥à¤µ0 शà¥à¤°à¥€ à¤à¥ˆà¤°à¥‹à¤¸à¤¿à¤¹à¤‚ जी शेखावत ने सनॠ1984 में इस संसà¥à¤¥à¤¾ को सरकारी कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से मà¥à¤•à¥à¤¤ कराया। तब से लेकर वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ तक यह संसà¥à¤¥à¤¾ अपनी चरम उपलबà¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को कायम किये हà¥à¤¯à¥‡ हैं।
इस संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ की à¤à¤• अहमॠकड़ी के रूप में सनॠ1990-91 में शà¥à¤°à¥€ à¤à¤µà¤¾à¤¨à¥€ निकेतन महिला महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ हà¥à¤ˆ, ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¤à¥€ सà¥à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤°à¤¸ सिंह के कर-कमलों से यह महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ कला à¤à¤‚व वाणिजà¥à¤¯ संकाय के साथ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ हà¥à¤†à¥¤ महज 35 छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं से ढहर का बालाजी रेलवे सà¥à¤Ÿà¥‡à¤¶à¤¨ के सामने सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ कचà¥à¤šà¥‡ छपà¥à¤ªà¤°à¥‹à¤‚ और टीन के टपरों में आरमà¥à¤ हà¥à¤† यह महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ अपनी सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ के 25 बसंत पूरे कर चà¥à¤•à¤¾ है और à¤à¤• सà¥à¤µà¤°à¥à¤£à¤¿à¤® उपलबà¥à¤§à¤¿ के रूप में हमारे समकà¥à¤· विराजमान है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में यहॉ 4000 से à¤à¥€ अधिक छातà¥à¤°à¤¾à¤à¥… सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• à¤à¤µà¤‚ सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° सà¥à¤¤à¤° कला, वाणिजà¥à¤¯, विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ और बी.à¤à¤¸.सी. गृह विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ संकाय में अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨à¤°à¤¤ है। सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° सà¥à¤¤à¤° पर राजनीति विजà¥à¤žà¤¾à¤¨, à¤à¥‚गोल, लोक-पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨, अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ साहितà¥à¤¯, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤ साहितà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ मनोविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ विषय में अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¨ जारी है।
महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ संकाय का शà¥à¤à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ सतà¥à¤° 2006-07 से à¤à¤µà¤‚ गृहविजà¥à¤žà¤¾à¤¨ संकाय सतà¥à¤° 2008-09 से आरमà¥à¤ किया गया है। महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का औसत परिणाम 95 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ के लगà¤à¤— रहता है। महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के सरà¥à¤µà¤¾à¤‚गीण विकास पर पूरà¥à¤£ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दिया जाता है। छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं के अनà¥à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ की दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से à¤à¥€ अपनी अलग पहचान बनाई है। इस दिशा में आगे बढ़ते हà¥à¤ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ में छातà¥à¤°à¤¾ परामरà¥à¤¶ केनà¥à¤¦à¥à¤° की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की गई है। विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ अनà¥à¤¦à¤¾à¤¨ आयोग के सहयोग से 'आà¤à¤«à¤¿à¤¸ मैनेजमेंट à¤à¤£à¥à¤¡ सेकà¥à¤°à¥‡à¤Ÿà¤°à¤¿à¤¯à¤² पà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤¸' के साथ रेमेडियल कोरà¥à¤¸ की तैयारी छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं को करवायी जा रही है। आज महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ का अपने विशाल और à¤à¤µà¥à¤¯ à¤à¤µà¤¨, सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°, सà¥à¤¸à¤œà¥à¤œà¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—शालाओं, पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¤¯ और खेल मैदान से परिपूरà¥à¤£ है। यहाठके शांत, सà¥à¤µà¤šà¥à¤›, पà¥à¤°à¤¦à¥‚षण मà¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ रमà¥à¤¯à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• वातावरण में बालिकाओं को शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ की जाती है। गà¥à¤°à¥‚देव रविनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¨à¤¾à¤¥ टैगोर पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ को शिकà¥à¤·à¤¾ का आधार मानते हà¥à¤ कहते हैं कि ''शिकà¥à¤·à¤£ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के जीवनà¥à¤¤ वातावरण में अवसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ होना चाहिये। समगà¥à¤° शिकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• वातावरण में दी जानी चाहिà¤, तà¤à¥€ बालक का पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¤µà¤‚ वातावरण से à¤à¤• समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ à¤à¤µà¤‚ सामंजसà¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ होता है। सचà¥à¤šà¥€ शिकà¥à¤·à¤¾ वही है जो मानव को सकà¥à¤·à¤® कर दे कि वह अपने पूरे असà¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ के साथ वातावरण से à¤à¤• रूप हो सके।'' उनकी दृषà¥à¤Ÿà¤¿ में बचà¥à¤šà¥‹ के लिठपà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ सबसे उतà¥à¤¤à¤® पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• à¤à¤µà¤‚ शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ शिकà¥à¤·à¤• है। सतà¥à¤¯à¤®à¥, शिवमà¥, सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤°à¤®à¥ à¤à¤µà¤‚ आननà¥à¤¦ की सीमा पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ के सामीपà¥à¤¯ à¤à¤µà¤‚ मैतà¥à¤°à¥€ से सीखी जा सकती है। इसी à¤à¤¾à¤µ को आतà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤¤à¥ करते हà¥à¤ महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ परिसर में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤µà¤°à¥à¤· मानसून के आगमन पर वृकà¥à¤·à¤¾à¤°à¥‹à¤ªà¤£ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® रखा जाता है, ताकि छातà¥à¤°à¤¾à¤“ं में पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¥‡à¤® उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो सके।
Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Highlights
- Established year: 1945
- Institute type: University Of Rajasthan
- Approved by: BCI
- Application mode: Online (pen and paper-based)
- Location: Maharao Shekha Circle (Chomu Pulia), Sikar Road Jaipur, Rajasthan 302023 , India
Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Offered Course List
School Of Agriculture & Veterinary Science, School Of Commerce And Management Studies, School Of Hotel Management, School Of Science, School Of Foreign & Indian Languages, School Of Journalism & Mass Media Communication, School Of Philosophy And Research, School Of Engineering & Technology, School Of Computer Science & IT, School Of Architecture & Planning, School Of Library & Information Science, School Of Arts And Social Studies, School Of Education And Physical Education, School Of Law, School Of Pharmacy, School Of Para-Medical Science, School Of Fire & Safety, M.Phil Subjects List, Ph.D. Subjects List,
Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Admission Process
The application form is available on the official website of Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM. Those who wish to apply can submit their applications on the official website. The selection is done on the basis of merit list.
Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Placement
The Placement Cell of the Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM supports students in making the right career choices and enables employers in taking the right hiring decisions during recruitment.
Shri Bhawani Niketan Mahila P.G. Mahavidyalaya - SBNMPGM Course Offered
- Bachelor of Arts(B.A.)
- Bachelor of Arts In Hindi(B.A. Hindi)
- Bachelor of Arts In History(B.A. History)
- Bachelor of Arts In Philosophy(B.A. Philosophy)
- Bachelor of Arts In Computer Science(B.A. Computer Science)
- Bachelor of Arts In Political Science(B.A. Political Science)
- Master of Arts in Sanskrit(M.A. (Sanskrit))
- Master of Arts in Public Administration(M.A. (Public Administration))
- Master of Arts in Political Science(M.A. (Political Science))
- Master of Arts in English Literature(M.A. (English Literature))
- Bachelor of Commerce(B.Com.)
- Master of Commerce(M.Com.)
- Bachelor of Science(B.Sc.)
- Bachelor of Science in Home Science(B.Sc. (Home Science))